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Showing posts from 2017

बायो एनर्जी कार्ड एक फायदे अनेक सम्पर्क करें 9984413264

नैनो हेल्थ कार्ड –  आस्था फाउंडेशन की तरफ से  बायो एनर्जी कार्ड पर 90% डिस्काउंट  एम  आर पी  1500 आपको मिलेगा मात्र  150 रुपये में  नैनो कार्ड नैनो कार्यात्मक सामग्री है, जिसमे बड़े इंटरफेस और प्रभावी सतह क्षेत्रो के छोटे कण होते है, जिसके आवरण में सों से लेकर हजारों कण होते है, इसीलिए यह अवशोषण क्षमता और गति को अन्य सामग्री से सों गुना बढाती है | नैनो कार्ड में नैनो कणों और सूक्ष्म जैविक अणुओं का समावेश होता है | विशेष प्रौद्योगिकीय प्रक्रियाओं के द्वारा देखा गया है की आसपास की ऊर्जा और चुंबकीय तरंगों को आंतरिक ऊर्जा में बदलती है और मिश्रित सामग्री के भीतर बचा के रखती है | सामान्य तापमान के तहत विशिष्ट स्पेक्ट्रम के भीतर कार्ड दूर अवरक्त किरणों को उत्सर्जित कर सकते हैं, और किरणे गरम मानव शरीर द्वारा उत्पादित ऊर्जा (36 से 37 डिग्री) को विशिष्ट उत्सर्जन ऊर्जा में परिवर्तित करती है | जो वैज्ञानिकों के अनुसार ” जीवन का प्रकाश” है | कार्ड से उत्सर्जित होने वाली ऊर्जा आसानी से resonate होती है | जो शरीर की जैव रासायनिक प्रक्रियाओं की सुविधा को म...

डाक्टरों से भी पहले पहचाने अपनी बिमारी

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1- आप बिमार पडने के 1- 2 महीने से 5 - 6 वर्ष पहले ही आने वाली बिमारी को पहचान जायेगे जब कि डॉक्टर बिमार पडने के बाद बिमारी बताते हैं 2- डाक्टर बिमार पडने के बाद भी दुनिया भर की जाचो के बिना बिमारी पकड़ नहीं सकते जब की आप ऐसी जाच तकनीके सीख जाएगे कि आपको 1 रुपया भी खर्च नहीं करना पड़ेगा और ये तकनीक आप बहुत ही सरल तरीके से सीख जाएगे तकनीक सीखने के लिए सम्पर्क करें आस्था फाउंडेशन 3- डाक्टर तो रोग के पेड़ को नहीं केवल फल को ही पकड़ पाते हैं जब कि आप पेड़ के उगते ही उसे पकड़ना सीख जाएगे इस लिए वे तो एक फल से दुसरे दुसरे से तीसरे में स्थि भटकते भटकाते रहेगे जब कि आप उसे जड से ही उखाड़ फेकेगे और क्योकि अंकुर निकलते ही उखाडना सीख जाऐगे इस लिए न केवल आप तकलीफ से बचेगे बल कि समय और धन की बरबादी से भी  बचेगे अगर आप ये तकनीक सीखना चाहते हैं तो सम्पर्क करें आस्था फाउंडेशन वहाट शप नं 9984413264 मात्र 2 से 3 दिन में कोई शुल्क नहीं अपने डॉक्टर स्वयं बने आस्था फाउंडेशन मेंम्ब अपना कीमती  समय देने के लिए आपका बहुत बहुत  धन्यवाद आस्था फाउंडेशन आप का दिन शुभ हो ...

भररोसेमंद हेल्थ चेकप साल में एक बार जरूर कराऐ

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भररोसेमंद हेल्थ चेक-उप पूरे शरीर के लिए लैब एडवाइजर शहरी भारतीयों में पूरे शरीर की जांच के लिए आवश्यकता शहरी भारत को एक बहुत बड़े संकट का सामना करना पड़ रहा है। लगातार काम के आधुनिक जीवन शैली और प्रदूषित वातावरण में रहने से स्वास्थय में गिरावट आ रही है। हम सभी जानते हैं कि जो रोग हमारे दादा दादी को कभी प्रभावित नहीं करते थे, युवा भारतीयों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। दिल के दौरे जैसे रोग अब तीस वर्ष की आयु में आने लगे है। एक मल्टीनेशनल कंपनी के ४४ साल के युवा अधिकारी तो कसरत करते हुए दिल का दौर पड़ा । चार वजहों से पूरे शरीर की स्वास्थ्य की जांच या वार्षिक निवारक स्वास्थ्य जांच बहुत जरूरी है: काम पर तनाव: हम में से कई लोग एक तनावपूर्ण माहौल में काम करते है जहां 9से 6 काम करने के बाद भी ऑफिस हमारा पीछा नहीं छोड़ता। हम अपने स्मार्ट फोन और कंप्यूटर में दिन भर में घूर रहते हैं। यह हमारे शरीर में एक विशाल तनाव पैदा करता है। मांसपेशियों / हड्डी में दर्द होने के अलावा आंतरिक अंगों को भी खामियाजा भुगतना पड़ता है। एक पूरे शरीर की स्वास्थ्य जांच (हेल्थ चेक उप ) हमारे शरीर के आंतरिक गि...

Madhumakhi Palan kaise kare

कैसे करें मधुमक्खी पालन , बढ़ाये अपनी फसल की पैदावार और कमायें दोगुना मुनाफा शहद इकठ्ठा करने के लिए भारत में मधुमक्खी पालन प्राचीनतम परंपराओं में से एक रही है। देशी और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में शहद की लोकप्रियता और मांग की वजह से मधुमक्खी पालन तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है। इससे न केवल किसानों को अच्छी आय होती है बल्कि मधुममक्खी पालन में होने वाली परागण का इस्तेमाल खेतों में करने से कृषि उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होती है। मधुमक्खी पालन से शहद, मोम, रॉयल जैली आदि अतिरिक्त उत्पाद भी प्राप्त होते हैं जो किसानों की अतिरिक्त आमदनी का बेहतर जरिया साबित होते हैं। पारंपरिक फसलों में लगातार हो रहे नुकसान के मद्देनज़र किसानों का आकर्षण मधुमक्खी पालन की ओर लगातार बढ रहा है। तकरीबन अस्सी फ़ीसदी फसलीय पौधे क्रास परागण करते हैं क्योंकि उन्हें अपने ही प्रजाति के पौधों से परागण की जरूरत होती है जो उन्हें बाह्य एजेंट के माध्यम से मिलता है। मधुमक्खी एक महत्वपूर्ण बाह्य एजेंट होता है। ऐसे किसान जो पेशेवर ढंग से मधुमक्खी पालन करना चाहते हैं उन्हें एपीकल्चरर यानि मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेने पर विचा...

Resham Utpadan Karke Paise Kamaye

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सेरीकल्चर योजना होम / सेरीकल्चर योजना इस योजना के अन्तर्गत किसानों को उनके खेत की मेड़ में, खाली भूमि पर जहां पानी का साधन है वहां मलबरी प्लान्टेशन अर्थात शहतूत का पौधा लगवा देना है। तत्पश्चात जब पौधा बड़ा हो जायेगा तो कृषक को विशेष ट्रेनिंग देकर सेरीकल्चर अर्थात रेशम का उत्पादन करने हेतु योजना उपलब्ध करा दी जायेगी। इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कर ट्रेनिंग देकर ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया जा सकता है। तत्पश्चात उनसे रेशम (कोया) खरीद कर वहाँ एक स्वस्थ बाजार बनाया जा सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए सम्पर्क करें आस्था फाउंडेशन

Jaibik Khad Banane ki vidhi

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बायो फर्टिलाइजर का निर्माण/खरीद/विपणन होम / बायो फर्टिलाइजर इस योजना के अन्तर्गत आपको ऐसे लोगों का चयन करना होगा जो वर्ष में कम से कम एक लाख रूपये अतिरिक्त आमदनी करना चाहते हैं वे लोग जो न्यूनतम 8 हजार से 10 हजार रू0 लगाकर इस कार्य को शुरू कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें बैंक से ऋण और सरकारी सहायता भी मिल सकती है। यह ऐसा कार्य है जिसमें ज्यादा मेहनत और तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती है। बायो फर्टिलाइजर का निर्माण गांव में उपलब्ध संसाधनों द्वारा हो सकेगा। उत्पादित खाद का विपणन कम्पनी करेगी। इस सेक्टर में काम करने की विधि बतलाई जायेगी। अभ्यर्थी इस कार्य को सीखकर स्वरोजगार आरम्भ कर सकते हैं। गांव में या आसपास रिटायर्ड सैन्यकर्मी सरकारी या निजी क्षेत्र के रिटायर्ड लोग, या उन लोगों को इस कार्य में सम्मिलित किया जा सकता है जो आर्थिक रूप से सम्पन्न हो और उनके पास कार्य करने हेतु समय एवं स्थान हो।

Madhumakhi Palan Karke Paise Kamaye

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मधुमक्खी पालन एवं शहद निर्माण (हनी बी) होम / मधुमक्खी पालन एवं शहद निर्माण (हनी बी) ग्रामीण क्षेत्र में जहां सरसों का उत्पादन होता है अथवा फूलों का उत्पादन होता है। वहां हनी अर्थात शहद उत्पादन हेतु बक्सा उपलब्ध करा दिया जायेगा। बक्से को न्यूनतम खरीद मूल्य पर दिलवा दिया जायेगा अथवा इच्छुक व्यक्ति स्वयं बक्से की खरीद कर सकेगें। तत्पश्चात उनसे उत्पादित शहद की खरीद की जायेगी। आज देश में ही नहीं विदेश में भी शुद्ध शहद की मांग है। शहद में हो रही मिलावट के कारण इसका बाजार अवरूद्ध हो रहा है। आयुर्वेद जगत में ही नहीं सामान्य जगत में भी शुद्ध शहद की भारी मांग है। बाजार में मांग और आपूर्ति में भारी अन्तर है। इस अन्तर का लाभ उठाया जाना चाहिए।