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Showing posts from July 14, 2017

Madhumakhi Palan kaise kare

कैसे करें मधुमक्खी पालन , बढ़ाये अपनी फसल की पैदावार और कमायें दोगुना मुनाफा शहद इकठ्ठा करने के लिए भारत में मधुमक्खी पालन प्राचीनतम परंपराओं में से एक रही है। देशी और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में शहद की लोकप्रियता और मांग की वजह से मधुमक्खी पालन तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है। इससे न केवल किसानों को अच्छी आय होती है बल्कि मधुममक्खी पालन में होने वाली परागण का इस्तेमाल खेतों में करने से कृषि उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होती है। मधुमक्खी पालन से शहद, मोम, रॉयल जैली आदि अतिरिक्त उत्पाद भी प्राप्त होते हैं जो किसानों की अतिरिक्त आमदनी का बेहतर जरिया साबित होते हैं। पारंपरिक फसलों में लगातार हो रहे नुकसान के मद्देनज़र किसानों का आकर्षण मधुमक्खी पालन की ओर लगातार बढ रहा है। तकरीबन अस्सी फ़ीसदी फसलीय पौधे क्रास परागण करते हैं क्योंकि उन्हें अपने ही प्रजाति के पौधों से परागण की जरूरत होती है जो उन्हें बाह्य एजेंट के माध्यम से मिलता है। मधुमक्खी एक महत्वपूर्ण बाह्य एजेंट होता है। ऐसे किसान जो पेशेवर ढंग से मधुमक्खी पालन करना चाहते हैं उन्हें एपीकल्चरर यानि मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेने पर विचा...

Resham Utpadan Karke Paise Kamaye

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सेरीकल्चर योजना होम / सेरीकल्चर योजना इस योजना के अन्तर्गत किसानों को उनके खेत की मेड़ में, खाली भूमि पर जहां पानी का साधन है वहां मलबरी प्लान्टेशन अर्थात शहतूत का पौधा लगवा देना है। तत्पश्चात जब पौधा बड़ा हो जायेगा तो कृषक को विशेष ट्रेनिंग देकर सेरीकल्चर अर्थात रेशम का उत्पादन करने हेतु योजना उपलब्ध करा दी जायेगी। इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कर ट्रेनिंग देकर ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया जा सकता है। तत्पश्चात उनसे रेशम (कोया) खरीद कर वहाँ एक स्वस्थ बाजार बनाया जा सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए सम्पर्क करें आस्था फाउंडेशन

Jaibik Khad Banane ki vidhi

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बायो फर्टिलाइजर का निर्माण/खरीद/विपणन होम / बायो फर्टिलाइजर इस योजना के अन्तर्गत आपको ऐसे लोगों का चयन करना होगा जो वर्ष में कम से कम एक लाख रूपये अतिरिक्त आमदनी करना चाहते हैं वे लोग जो न्यूनतम 8 हजार से 10 हजार रू0 लगाकर इस कार्य को शुरू कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें बैंक से ऋण और सरकारी सहायता भी मिल सकती है। यह ऐसा कार्य है जिसमें ज्यादा मेहनत और तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती है। बायो फर्टिलाइजर का निर्माण गांव में उपलब्ध संसाधनों द्वारा हो सकेगा। उत्पादित खाद का विपणन कम्पनी करेगी। इस सेक्टर में काम करने की विधि बतलाई जायेगी। अभ्यर्थी इस कार्य को सीखकर स्वरोजगार आरम्भ कर सकते हैं। गांव में या आसपास रिटायर्ड सैन्यकर्मी सरकारी या निजी क्षेत्र के रिटायर्ड लोग, या उन लोगों को इस कार्य में सम्मिलित किया जा सकता है जो आर्थिक रूप से सम्पन्न हो और उनके पास कार्य करने हेतु समय एवं स्थान हो।

Madhumakhi Palan Karke Paise Kamaye

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मधुमक्खी पालन एवं शहद निर्माण (हनी बी) होम / मधुमक्खी पालन एवं शहद निर्माण (हनी बी) ग्रामीण क्षेत्र में जहां सरसों का उत्पादन होता है अथवा फूलों का उत्पादन होता है। वहां हनी अर्थात शहद उत्पादन हेतु बक्सा उपलब्ध करा दिया जायेगा। बक्से को न्यूनतम खरीद मूल्य पर दिलवा दिया जायेगा अथवा इच्छुक व्यक्ति स्वयं बक्से की खरीद कर सकेगें। तत्पश्चात उनसे उत्पादित शहद की खरीद की जायेगी। आज देश में ही नहीं विदेश में भी शुद्ध शहद की मांग है। शहद में हो रही मिलावट के कारण इसका बाजार अवरूद्ध हो रहा है। आयुर्वेद जगत में ही नहीं सामान्य जगत में भी शुद्ध शहद की भारी मांग है। बाजार में मांग और आपूर्ति में भारी अन्तर है। इस अन्तर का लाभ उठाया जाना चाहिए।